पानी (स्टोर) संग्रह करना
किसी आपदा के समय पेयजल समेत घरेलू जल आपूर्तियां प्रभावित हो सकती हैं इसलिए स्टोर किए गए पानी की आपूर्ति अत्यन्त अनिवार्य हो जाती है। आपको प्रतिव्यक्ति प्रतिदिन के हिसाब से कम से कम तीन लीटर पानी की जरूरत होगी। आपको कपड़े आदि धोने और खाना पकाने के लिए भी पानी चाहिए होगा।
आप बोतलबंद पानी खरीद सकते हैं या अपने कंटेनरों में भी पानी भर सकते हैं। कैम्पिंग या हार्डवेयर स्टोरों से पानी स्टोर करने के फूडग्रेड कंटेनर खरीदें या शीतल पेय की प्लॉस्टिक बोतलों को रिसाइकिल करें। दूध के कंटेनरों का इस्तेमाल न करें क्योंकि धुलाई से प्रोटीन को पूरी तरह खत्म नहीं किया जा सकता और इसमें कीटाणु पनप सकते हैं।
पानी को सुरक्षित रूप से स्टोर करने के लिए दिशानिर्देश
- बोतलों को गर्म पानी में भलीभांति धो लें।
- प्रत्येक बोतल को टोंटी के पानी से पूरी भर जाने तक भर लें।
- प्रति लीटर पानी के हिसाब से पांच बूंद (या 10 लीटर के लिए आधा चाय का चम्मच) घरेलू ब्लीच इसमें मिलाएं और भंडारण (स्टोरेज) के लिए रख दें। विसंक्रमित किए जाने के कम से कम 30 मिनट बाद तक इसे न पिएं।
- ऐसी ब्लीच्स का ूयोग न करें िजन में सुगन्ध अथवा पफ़र् यूम, सफ़ैर् क्टैन्ट्स या ऐसे कोई अन्य पदाथर् मौजूद हों Ð उन से लोग बीमार हो सकतेहैं।
- प्रत्येक बोतल पर तारीख सहित लेबल लगा दें कि इसे कब भरा गया और कब फिर से भरना होगा।
- बोतलों की जांच हर 12 महीनों बाद करें। यदि पानी साफ नहीं है, तो इसे फेंक दें और साफ बोतलों को साफ पानी से भरकर ब्लीच मिला लें।
- बोतलों को सूर्य के सीधे प्रकाश से दूर किसी ठंडे अंधेरे स्थान में रखें। इनको दो अलग-अलग ऐसे स्थानों पर रखें जहां बाढ के पानी पहुंचने का खतरा न हो।
आप प्लॉस्टिक के आईसक्रीम कंटेनरों को भी पानी से भरकर, ढंककर, लेबल लगाकर फ्रिज में रख सकते हैं। ये बिजली चली जाने पर भी भोजन को ठंडा रखने में मदद करेंगे और पीने के लिए भी उपयोग किए जा सकेंगे।
आपके हॉट वॉटर सिलेण्डर और टॉयलेट सिस्टर्न भी पानी के बहुमूल्य स्रोत हैं। जांच लें कि आपके हॉट वॉटर सिलेण्डर और हेडर टैंक भलीभांति सुरक्षित हैं। यदि आप सिस्टर्न के पानी का उपयोग करना चाहें तो इसमें साफ करने वाले रसायन न मिलाएं। यदि आप संग्रहीत किए गए वर्षाजल का उपयोग करते हैं तो जांच लें कि यह घरेलू ब्लीच से विसंक्रमित किया गया है। यदि आपको पानी की गुणवत्ता को लेकर शंका है, अर्थात यह बाढ़ प्रभावित कुएं से लिया गया है या धुएं या ज्वालामुखी की राख से प्रदूषित हुआ है, तो इसे मत पिएं।